मौसम में बदलाव का प्रतीक, आभास कराए वैसाखी त्यौहार। मौसम में बदलाव का प्रतीक, आभास कराए वैसाखी त्यौहार।
मिलन का आ गया अपने पुनः त्योहार आँगन में । मिटा नफ़रत गले मिलकर करेंगें प्यार आँगन में मिलन का आ गया अपने पुनः त्योहार आँगन में । मिटा नफ़रत गले मिलकर करेंगें प्यार...
सर्दी अब कम होने लगी है , सुहावने मौसम की बारिश शुरू हुई है , सर्दी अब कम होने लगी है , सुहावने मौसम की बारिश शुरू हुई है ,
बैसाखियों के सहारे चलें भी जाएं मंजिल तक लेकिन बैसाखियां कहाँ वरण कर पाती है अपने पैरों पर खड़... बैसाखियों के सहारे चलें भी जाएं मंजिल तक लेकिन बैसाखियां कहाँ वरण कर पाती है...
भाव बन्धुता समता करुणा खो सी गई है कहीं कुंठित मानसिकता बढ़ी निरंतर आज़ादी न रही। भाव बन्धुता समता करुणा खो सी गई है कहीं कुंठित मानसिकता बढ़ी निरंतर आज़ादी न रही।
आज मालूम पड़ रहा है दर्द किसी अपने को खोने का। आज मालूम पड़ रहा है दर्द किसी अपने को खोने का।